एक साल पहले आज ही के दिन 07 अक्टूबर 2023 को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में करीब 1200 लोगों की मौत हुई थी वहीं, 251 लोगों को हमास के लड़ाके अगवा करके ले गए थे। वेरिफाइड एक्स यूजर आशीष महेश्वरी ने वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा- फिलिस्तीन के लोग और वहां की महिलाएं हाथ में तिरंगा लेकर फिलिस्तीन छोड़ रहे हैं क्योंकि इजरायल तिरंगे पर फायर नहीं करता। इजरायल ही नहीं इस समय इस धरती पर किसी देश की हिम्मत नहीं है जो तिरंगे पर फायर कर दे। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: ऐसा ही ट्वीट त्रिशूल अचूक नामक एक्स अकाउंट ने किया था। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: वहीं, पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ पैरोडी नामक पेज ने अपने ट्वीट में लिखा- हमारे राष्ट्रीय ध्वज की पावर, यह है तिरंगे और मोदी की पावर। अब फिलिस्तीन में लोग और वहां की महिलाएं हाथ में तिरंगा लेकर फिलिस्तीन छोड़ रहे हैं क्योंकि इजरायल तिरंगे पर फायर नहीं करता, इजरायल ही नहीं इस समय धरती पर किसी देश की हिम्मत नहीं है जो तिरंगे पर फायर कर दे। (अर्काइव ट्वीट) देखें ट्वीट: क्या है वायरल वीडियो की सच्चाई ? वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके की-फ्रेम को गूगल इमेज पर रिवर्स सर्च किया। सर्च करने पर हमें ये वीडियो फलक हक नाम के इंस्टाग्राम अकाउंट पर मिला। इस वीडियो को यूजर ने 31 अगस्त 2023 को शेयर किया था। वहीं, इसके कैप्शन में अरबाइन वॉक 2023 लिखा है। देखें स्क्रीनशॉट: पड़ताल के दौरान हमें अरबाइन वॉक 2023 से जुड़े कई वीडियो और मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अरबाइन वॉक इराक में दुनियाभर के शिया मुसलमानों द्वारा की जाने वाली एक तीर्थयात्रा है, जो हर साल निकाली जाती है। NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले साल अरबाइन वॉक में 2.5 करोड़ शिया मुसलमानों ने हिस्सा लिया था। वहीं, इस यात्रा में भारत से एक लाख से ज्यादा शिया मुस्लिम शामिल हुए थे। साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। ये वीडियो 31 अगस्त 2023 से इंटरनेट पर मौजूद है। वहीं, इजराइल-हमास की जंग 7 अक्टूबर 2023 को शुरू हुई थी। फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सऐप करें 9201776050
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