सोशल मीडिया पर एक वीडियो सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी मुस्लिम समुदाय के बच्चों को ट्रक से उतार रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो महाराष्ट्र के कोल्हापुर का है। जहां रोहिंग्या मुसलमानों को ले जा रहा एक ट्रक पकड़ा गया। इन्हें बांग्लादेश से लाकर देशभर में फैलाया जा रहा है। डॉ. अनीता के शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक 4 लाख 60 हजार से ज्यादा लोग देख चुके हैं। वहीं, 17 हजार से ज्यादा लाइक और 9 हजार से ज्यादा लोग रीट्वीट कर चुके हैं। वायरल वीडियो का सच… वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके की-फ्रेम को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। सर्च करने पर हमें इससे जुड़ी खबर TV9 भारतवर्ष समेत कई न्यूज वेबसाइट पर मिली। खबर का लिंक… वेबसाइट के मुताबिक, 17 मई 2023 की यह घटना महाराष्ट्र के कोल्हापुर की है। जब ट्रक के अंदर ठूंस कर 63 बच्चों को ले जाया जा रहा था। इस बात की जानकारी मिलते ही हिंदूवादी संगठनों ने पुलिस से संपर्क किया। जब उन बच्चों की जांच पड़ताल की गई तो उनके पास आधार कार्ड और अन्य कागजात मिले। जिससे पता चला कि उनमें से अधिकतर बच्चे पश्चिम बंगाल व बिहार से आ रहे थे। दरअसल, यह बच्चे कोल्हापुर के एक मदरसे में रहकर पढ़ाई करते थे। गर्मी की छुट्टी बिताने के लिए यह बच्चे अपने-अपने गांव गए थे। छुट्टी खत्म होने के बाद सभी बच्चों को वापस कोल्हापुर बुला लिया गया था। बच्चे कोल्हापुर स्टेशन तक ट्रेन से पहुंचे थे, इसके बाद उन्हें ट्रक में भरकर मदरसा ले जाया जा रहा था। खबर में कोल्हापुर के डिप्टी एसपी मंगेश चव्हाण का बयान भी मौजूद है। उन्होंने कहा था कि ये बच्चे कोल्हापुर के एक मदरसे में पढ़ाई करते हैं और गर्मी छुट्टी बिताकर अपने मूल गांव से वापस लौटे हैं। वहीं, यह खबर वेबसाइट पर 18 मई 2023 को पब्लिश हुई थी। साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। वीडियो में दिख रहे बच्चे बांग्लादेश से आए रोहिंग्या मुस्लिम नहीं हैं। फेक न्यूज के खिलाफ हमारे साथ जुड़ें। कोई भी ऐसी सूचना जिस पर आपको संदेह हो तो हमें ईमेल करें @fakenewsexpose@dbcorp.in और वॉट्सऐप करें 9201776050
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