नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर दो तिहाई से ज्यादा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर अपने-अपने 52 हफ्तों के ऊंचे स्तर से 20% या उससे भी ज्यादा नीचे आ चुके हैं। मिड और स्मॉलकैप शेयरों में गिरावट की मुख्य वजह उनका हाई वैल्युएशन है। आमतौर पर वैल्युएशन ज्यादा होने पर गिरावट आती है। सितंबर तिमाही के कमजोर नतीजे और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिकवाली भी इसकी एक वजह है। अब तक बाजार की तेजी के कारण निवेशकों ने मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों से पैसा बनाया होगा, लेकिन अब उन्हें कुछ बुनियादी बातों पर ध्यान देने की जरूरत है। किन्हें होल्ड करें और किन्हें बेचें? कब बेचें? कब खरीदें? कब होल्ड करें?
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